दैनिक पूजा में कौन-कौन सी आरती और मंत्र शामिल करें?

दैनिक पूजा में मंत्रों और आरतियों का विशेष महत्व है। ये न केवल हमारे मन को शांति देते हैं बल्कि सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करते हैं। यहां हम आपको बताएंगे कि दैनिक पूजा में कौन-कौन से मंत्र और आरती शामिल करने चाहिए।

1. गणेश जी की आरती

गणेश जी की आरती “जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा” से पूजा की शुरुआत करना शुभ माना जाता है। गणपति की आराधना से पूजा में विघ्न बाधाएं दूर होती हैं।

    2. देवी दुर्गा की आरती और मंत्र

    दुर्गा माता की आराधना में “अम्बे तू है जगदम्बे काली” आरती का पाठ करना चाहिए। यह शक्ति और साहस का प्रतीक है, जो हमें जीवन की कठिनाइयों से लड़ने की शक्ति देता है।

      3. शिव जी की आरती और मंत्र

      शिव जी की आरती “ॐ जय शिव ओंकारा” के साथ-साथ महामृत्युंजय मंत्र का पाठ भी किया जा सकता है। यह विशेष रूप से मानसिक शांति और स्वास्थ्य लाभ के लिए अच्छा माना जाता है।

      4. विष्णु जी की आरती

      विष्णु जी की आरती “ॐ जय जगदीश हरे” हर घर में लोकप्रिय है। यह पूजा में संतुलन और धन-धान्य की प्राप्ति के लिए गायी जाती है।

      5. हनुमान चालीसा और हनुमान जी की आरती

      हनुमान चालीसा का पाठ करना सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और आत्मविश्वास को बढ़ाता है। साथ ही, हनुमान जी की आरती “आरती कीजै हनुमान लला की” का पाठ भी करें।

        6. गायत्री मंत्र और सूर्य आराधना

        गायत्री मंत्र का जाप सबसे पवित्र माना गया है। इसके साथ सूर्य भगवान की प्रार्थना से दिन की शुरुआत सकारात्मकता से होती है।

          7. लक्ष्मी माता की आरती

          शाम की पूजा में लक्ष्मी माता की आरती “ॐ जय लक्ष्मी माता” का पाठ करें। यह समृद्धि और खुशहाली के लिए अत्यंत लाभकारी मानी जाती है।

            8. समापन मंत्र

            पूजा का समापन करते समय “ॐ शांति शांति शांति” का जाप करें, जिससे शांति और समृद्धि का संचार हो सके। यह सभी पूजा क्रियाओं को पूर्णता प्रदान करता है।


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